नई दिल्ली । कर्नाटक में बुधवार शाम भले ही सीएम कुमार स्वामी का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित हुआ हो, लेकिन मंच को देखने पर यह मोदी के खिलाफ विपक्षी दलों का एक महाधिवेशन नजर आया। राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनने के बावजूद बहुमत का जादुई आंकड़ा हासिल करने में नाकामयाब रही भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ पूरा विपक्ष एकजुट हाथों में हाथ डाले नजर आया । यूं तो समारोह कुमार स्वामी के शपथ ग्रहण का था लेकिन जिस तरह से विपक्ष के सभी दिग्गज नेता एक मंच पर नजर आए, उसने 2019 में होने वाले भाजपा बनाम विपक्ष के बीच युद्ध का बिगुल फूंक दिया। समारोह में शिरकत करने पहुंचे नेताओं ने भी इस दौरान साफ किया कि इस तरह एक साथ आना आने वाले लोकसभा चुनावों में भी कारगर साबित होगा। लोकसभा चुनावों में पार्टियां एक साथ भाजपा को हराने के लिए रणनीति बनाएंगी ।
अखिलेश- मायावती साथ मंच पर आए
लखनऊ के गेस्ट हाउस कांड के बाद सपा की धुरविरोधी रही बसपा सुप्रीमों मायावती यूपी में पार्टी के तौर पर सपा के साथ खड़ी नजर आई , लेकिन सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और मायावती एक साथ नजर नहीं आए। कर्नाटक में कुमार स्वामी के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान अखिलेश यादव और मायावती एक साथ मंच पर आए और दोनों ने थोड़ी देर मंच पर रुककर समर्थकों को हाथ हिलाकर उनका अभिवादन स्वीकार किया । ऐसा पहली बार देखने में आया कि ''बुआ-भतीजा '' धुरविरोधी होने के बावजूद लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए एक साथ मंच पर आए, और एक साथ समर्थकों का अभिभावदन स्वीकार करते नजर आए।
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राहुल-सोनिया आए अंत में
कुमार स्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में भले ही शरद पंवार, चंद्रबाबू नायडू, ममता बनर्जी, अजीत सिंह , सीता राम येचुरी, तेजस्वी यादव , डी राजा, सतीश शर्मा समेत कई अन्य दलों के नेता मौजूद थे लेकिन मंच पर अंत में पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी । इस दौरान खास बात ये रही कि धुरविरोधी रहे कई नेता इस दौरान एक दूसरे को गले लगाते और हाथों में हाथ डाले नजर आए।
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मोदी के खिलाफ एक जुट हुआ विपक्ष
इस दौरान ममता बनर्जी और सोनिया गांधी एक दूसरे से काफी देर तक बातचीत करते नजर आए। वहीं डी राजा तेजस्वी यादव को गर्मजोशी से पकड़कर उन्हें मंच पर आगे लाते नजर आए। राहुल गांधी हर किसी से हाथ मिलाते नजर आए। शपथ ग्रहण समारोह के बाद हर कोई मंच पर आगे आकर मीडिया की तरफ हाथ हिलाया नजर आया। मायावती और ममता बनर्जी तो दोबारा हाथ पकड़कर एक बार फिर से मंच पर आगे आईं और मीडिया की तरफ हाथ हिलाते हुए संकेत दिए कि आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा के लिए परेशानी खड़ी करने वाले हैं।
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सोनिया गांधी ने सभी नेताओं को दोबारा मंच पर खड़ा किया
एक समय समारोह खत्म होता नजर आया तो सोनिया गांधी ने एक बार फिर से सभी नेताओं को एक साथ फिर से खड़ा किया और मीडिया , समर्थकों के लिए हाथ हिलाकर अपनी एकजुटता दिखाई। इस दौरान राहुल गांधी का जोश में नजर आ रहे थे, जो सभी से काफी गर्मजोशी से मिल रहे थे । मंच पर सभी नेता इतने उत्साहित दिख रहे थे कि कोई भी मंच से उतरने का नाम नहीं ले रहा था। काफी देर तक सभी नेता मंच पर एक दूसरे से बात करते हुए दिखे।
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कुमार स्वामी को पूछा नहीं
शपथ ग्रहण समारोह के बाद सभी नेताओं ने कुमार स्वामी को बधाई दी और फिर मंच पर कब्जा करते हुए आगे की ओर खड़े हो गए। इस दौरान कुमार स्वामी अपने समर्थकों का अभिभावदन भी स्वीकार नहीं कर पाए। सब के चले जाने के बाद कुमार स्वामी और उनके परिवार के लोग मंच पर नजर आए।