लाहौर। पाकिस्तान के आतंकी संगठन जमात-उत-दावा प्रमुख हाफिज सईद को लेकर सनसनीखेज बयान देने वाले पाक के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ अपने ही नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। हाफिज सईद को एंटी टेरेरिस्ट एक्ट की सूची में डाले जाने का समर्थन करते हुए म्यूनिख में ख्वाजा ने कहा था कि सईद पाकिस्तान के लिए गंभीर खतरा है। उनके इस बयान को पाकिस्तान के कुछ कट्टरपंथी नेताओं ने खारिज करते हुए, रक्षामंत्री को भारतीय भोंपू तक करार दे दिया है।
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बता दें कि म्यूनिख में आयोजित एक रक्षा सम्मेलन में शिकरत करने पहुंचे पाकिस्तान के रक्षा मंत्री से जब मीडिया ने हाफिज सईद पर हुई कार्रवाई की बाबत पूछा तो उनका बयान चौंकाने वाला था। उन्होंने मीडिया से कहा था कि देश हित में पाकिस्तान सरकार ने यह फैसला लिया है। सईद देश के लिए गंभीर खतरा बन गयाहै। अब उनके बयान की पाकिस्तान में काफी आलोचना हो रही है। पाकिस्तानी अखबारों में छपी खबरों के मुताबिक, कई राजनीतिक पार्टियों के नेताओं और धर्मगुरुओं ने आसिफ के बयान को खारिज किया है।
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बता दें कि जिन लोगों ने रक्षा मंत्री के बयान को खारिज किया है उनमें डिफेंस ऑफ पाकिस्तान काउंसिल के चेयरमैन मौलाना समीउल हक के साथ शाह बुगती, सेनेटर मोहम्मद अली दुर्रानी, मियां महमूद उर रशीद, सरदार लतीफ अहमद खोसा, सेनेटर हाफिज हमदुल्लाह, जमशेद अहमद दश्ती, नूरानी, हाफिज अब्दुल गफूर रोपारी जैसे कई शीर्ष नेता शामिल हैं।
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इसके साथ ही पाकिस्तान की सड़कों पर भी कई लोगों को ख्वाजा के बयान के विरोध में उतरते देखा गया। इसी क्रम में जमीयत ए इस्लामी के नेता लियाकत बलूच ने कहा कि रक्षा मंत्री आसिफ अपने जुबान पर काबू रखने में नाकाम हो गए हैं, चाहे वह देश में हों या बाहर।