नई दिल्ली।
भारत और चीन के बीच इन दिनों सीमा पर तनाव चल रहा है, लेकिन इस बीच ऐसी चर्चा है कि जल्द ही भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात हो सकती है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि दोनों नेताओं की यह मुलाकात ब्रिक्स देशों के नेताओं की अनौपचारिक बैठक के दौरान हो सकती है। चीन के उप विदेश मंत्री ली बेएडॉन्ग के मुताबिक, यह बैठक जी—20 शिखर सम्मेलन के दौरान जर्मनी के हम्बर्ग में होगी। ऐसा माना जा रहा है कि इस मुलाकात में दोनों नेता सीमा पर बढ़ रहे तनाव को कम करने की कोशिश कर सकते हैं।
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बता दें कि इन दिनों सिक्किम से सटी चीन की सीमा पर दोनों देशेां के बीच भारी तनाव चल रहा है। तनाव इतना ज्यादा है कि दोनों ओर से डोका ला इलाके में अधिक सैनिकों की तैनाती की गई है और चीन ने मानसरोवर यात्रा का रास्ता भी बंद कर दिया है।
बेएडॉन्ग ने कहा कि इस मुलाकात की अध्यक्षता जिनपिंग करेंगे। इस बार ब्रिक्स देशों की अध्यक्षता का मौका चीन को मिला है। उन्होंने बतायाकि चीनी राष्ट्रपति अलग—अलग देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि भारत और चीन के बीच कोई द्विपक्षीय वार्ता होगी या नहीं।
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पहली बार हुआ इतना लंबा गतिरोध
1962 के भारत—चीन युद्ध के बाद यह पहली बार है, जब दोनों देशों के बीच इतना लंबा गतिरोध हुआ हो। पिछले एक महीने से दोनों देशों के बीच डोका ला इलाके में तनाव चल रहा है।
चीन ने भारत—भूटान के बीच दरार डालने की कोशिश की
इस बीच चीन ने भारत और भूटान के बीच दरार डालने की कोशिश की है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि भारतीय सैनिक डोका ला में बिना भूटान की जानकारी के घुसे। उन्होंने कहा कि जिस इलाके पर भारतीय सेना है, वह चीन का है और भारत व भूटान का उस पर कोई अधिकार नहीं है। वे भारत के उस बयान का खंडन कर रहे थे, जिसमें भारत ने कहा था कि 16 जून को रॉयल भूटान आर्मी ने डोका ला में पीपल्स लिबरेशन आर्मी के निर्माण कार्य का विरोध किया था।