Saturday, May 18, 2024

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दक्षिण—चीन सागर में अमेरिकी जहाज के खिलाफ चीन ने भेजे अपने युद्धपोत और लड़ाकू विमान

अंग्वाल न्यूज डेस्क
दक्षिण—चीन सागर में अमेरिकी जहाज के खिलाफ चीन ने भेजे अपने युद्धपोत और लड़ाकू विमान

पेईचिंग।

दक्षिण—चीन सागर में एक बार फिर अमेरिका और चीन के बीच तनाव की स्थिति नजर आ रही है। दरअसल, रविवार को अमेरिकी नौसेना का एक जहाज दक्षिण चीन सागर में चीन द्वारा निर्मित एक कृत्रिम द्वीप के पास पहुंच गया था। चीन ने अमेरिका के इस कदम को अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताया और इस जहाज को चेतावनी देने के लिए अपने नौसैन्य पोत और लड़ाकू विमानों को मौके पर भेजा है।

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चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने अमेरिकी जहाज के विवादित द्वीप पर पहुंचने को उकसावे की कार्रवाई बताया। उन्होंने कहा कि अमेरिकी नौसेना के जहाज उसकी सीमा में प्रवेश कर उसे राजनैतिक व सैन्य तौर पर उकसाने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि चीनी पक्ष इससे गंभीर रूप से असंतुष्ट है और इसकी कड़ी निंदा करता है।

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अमेरिकी रक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी नौसेना का एक जहाज यूएसएस स्टेथेम दक्षिण चीन सागर के ट्रायटॉप द्वीप के 12 समुद्रीय मील की सीमा के अंदर प्रवेश कर गया। यह द्वीप चीन और वियतनाम के बीच स्थित पैरासेल द्वीपसमूह का हिस्सा है। चीन इसे शिशा द्वीप बताता है। इस द्वीपसमूह पर ताइवान और वियतनाम भी अपना दावा करते हैं।

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बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद यह दूसरी बार है, जब अमेरिकी नौसेना के जहाज ने चीन की सीमा में प्रवेश किया हो। इससे पहले 24 मई को अमेरिकी नौसेना के एक गाइडेड—मिसाइल डिस्ट्रॉयर जहजा ने विवादित स्प्रैटली द्वीपसमूह के 12 समुद्रदीय मील के दायरे में प्रवेश किया था। गौरतलब है कि चीन ​दक्षिण चीन सागर पर अपना एकाधिकार मानता है और इसे लेकर उसका कई देशों से विवाद चल रहा है। दक्षिण चीन सागर का क्षेत्र समुद्रीय व्यापार और प्राकृतिक संसाधनों के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जाता है।

 

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