Thursday, May 2, 2024

Breaking News

   एमसीडी में एल्डरमैन की नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर SC 8 मई को करेगा सुनवाई     ||   यूक्रेन से युद्ध में दिसंबर से अब तक रूस के 20000 से ज्यादा लड़ाके मारे गए: अमेरिका     ||   IPL: मैच के बाद भिड़ गए थे गौतम गंभीर और विराट कोहली, लगा 100% मैच फी का जुर्माना     ||   पंजाब में 15 जुलाई तक सरकारी कार्यालयों में सुबह 7:30 बजे से दोपहर दो बजे तक होगा काम     ||   गैंगस्टर टिल्लू की लोहे की रोड और सूए से हत्या, गोगी गैंग के 4 बदमाशों ने किया हमला     ||   सुप्रीम कोर्ट ने 'द केरल स्टोरी' पर बैन लगाने की मांग वाली याचिका पर तुरंत सुनवाई से किया इनकार     ||   नीतीश कटारा हत्याकांड: SC में नियमित पैरोल की मांग करने वाली विशाल यादव की याचिका खारिज     ||   'मैंने सिर्फ इस्तीफा दिया है, बाकी काम करता रहूंगा' नेताओं के मनाने पर बोले शरद पवार     ||   सोनिया गांधी दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती    ||   कर्नाटक हिजाब केस में SC ने तुरंत सुनवाई से इंकार किया    ||

आर्मी अफसर सहायकों से नहीं करवा सकते धरेलू काम, उनके आत्मसम्मान को चोट न पहुंचाएं - सरकार

अंग्वाल न्यूज डेस्क
आर्मी अफसर सहायकों से नहीं करवा सकते धरेलू काम, उनके आत्मसम्मान को चोट न पहुंचाएं - सरकार

नई दिल्ली । अब आर्मी के अफसर अपने सहायकों से घरेलू काम नहीं करा सकेंगे। राज्य सभा में इन सहायक पदों की आलोचना करते हुए इनकी प्रासंगिकता पर सवाल उठाए थे, जिसके जबाव में मोदी सरकार ने आर्मी में इन सहायक पदों की वकालत की है। रक्षा राज्य मंत्री  सुभाष भामरे ने कहा है कि आर्मी के सहायक, अफसरों को जंग और शांति के दौरान पूरी मदद देते हैं। वे लड़ने वाले जवान होते हैं। उनसे नौकरों की तरह काम न लिया जाए। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने कहा है कि सभी आर्मी यूनिट्स को एक बार फिर से निर्देश दिए जाते हैं कि वह सहायकों से ऐसा कोई भी काम न करवाएं जो उनके आत्मसम्मान को चोट पहुंचाता है।

ये भी पढ़ें-यौन शोषण की शिकायत करने वाली महिलाओं को मिलेगी 90 दिनों की पेड लीव, नियमावली में भी हुए बदलाव

अफसर-जवानों को पहुंचाते हैं काफी मदद

बता दें कि राज्यभा में पिछले दिनों आर्मी में सहायक पद की आलोचना करते हुए उनके काम को लेकर सवाल उठाए थे। पूर्व में आरोप लगते रहे हैं कि आर्मी के अफसर इन सहायकों से अपने घर के काम करवाते हैं और इन सहायकों से घर के नौकर की तरह काम करवाया जाता है। इस पर रक्षा राज्य मंत्री ने सहायक पद की वकालत करते हुए कहा- सहायक जवानों को बड़े पैमाने पर जरूरी मदद पहुंचाने का काम करते हैं। जंग के दौरान और शांतिकाल के दौरान भी ये सहायक जवानों और अफसरों को काफी मदद पहुंचाते हैं। ये सहायक सेना में एक अहम भूमिका निभाते हैं। 

ये भी पढ़ें -अघोषित डिपॉजिट से मिले 6000 करोड़, नोटबंदी में बड़ी रकम जमा करवाने वालों को दिखानी होगी 3 साल...

अफसरों-जवानों के लिए निभाते हैं कई भूमिका 

उन्होंने कहा कि किसी मिशन के दौरान भी ये सहायक अफसर और जवानों के लिए एक बड़ी मदद पहुंचाने के काम में जुटते हैं। मसलन हथियारों को संभालने के अलावा जवानों को कवर करने का काम भी करते हैं। इतना ही नहीं अफसर-जवानों के हथियारों को सही तरीके से रखने के साथ रेडियो ऑपरेटर की भूमिका भी ये ही सहायक निभाते हैं। इतना ही नहीं जंग के दौरान भी कई बार इन सहायकों ने अपनी अहम भूमिका को साबित किया है। 

ये भी पढ़ें -राम मंदिर मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट की अहम टिप्पणी, आपस में मिलकर कोर्ट के बाहर सुलझाएं मामला

क्यों उठा विवाद


बता दें कि पिछले कुछ समय के दौरान आर्मी के कुछ सहायकों ने अपने अफसरों पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनसे नौकरों की तरह काम करवाने की बात कही थी।  बता दें कि सिर्फ आर्मी में ही सहायक पद होता है, अन्य नौसेना और वायुसेना में इस तरह के सहायकों का कोई पद नहीं होता। सहायकों के शोषण संबंधी सवाल पर रक्षा राज्य मंत्री  सुभाष भामरे ने कहा ने कहा कि कई बार आर्मी यूनिट्स को यह निर्देश दिए जाते हैं कि सहायक भी एक लड़ने वाले जवाने की तरह है उससे अफसर और अन्य किसी प्रकार का ऐसा काम न करवाएं जो उसके आत्मसम्मान को चोट पहुंचाता हो। इन सहायकों से नौकरों की तरह व्यवहार न किया जाए ताकि उनका आत्मसम्मान बना रहे।

ये भी पढ़ें -अब उत्तर प्रदेश के युवाओं का पलायन बंद होगा, हर क्षेत्र - हर व्यक्ति का होगा विकास -योगी आदित्यनाथ

 

 

 

Todays Beets: