नई दिल्ली । अगर आपसे कहा जाए कि भारत में 10 में से 7 लोगों को सार्वजनिक सेवाएं लेने के लिए किसी न किसी रूप में घूस देनी पड़ती है तो आप क्या कहेंगे...। भले ही आप कुछ कहें लेकिन विश्वभर में भ्रष्टाचार पर नजर रखने वाली संस्था ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के एक सर्वे में तो कुछ यही बातें उजागर हुई हैं। इस सर्वे में उजागर हुआ है कि रिश्वतखोरी और भ्रष्ट्राचार से जुड़े मामलों में भारत एशिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र के देशों में शीर्ष पर हैं। भारत में 69 फीसदी लोगों ने सर्वे में कहा कि उन्हें अपने काम के लिए रिश्वत देनी पड़ती है। इसमें चौंकाने वाली बात ये है कि जिस पाकिस्तान को हम आतंकवाद का गढ़ बताते हैं वहां के लोग घूसखोरी के मामले में हमसे कम हैं। पाकिस्तान में यह आंकड़ा मात्र 40 फीसदी है।
ये भी पढ़ें -LIVE -लखनऊ में आंतकी के साथ यूपी एटीएस की मुठभेड़ जारी, एक संदिग्ध को कानपुर से गिरफ्तार किया
भारतीय पुलिस सबसे भ्रष्ट
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की जारी सर्वे रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि भारत में सबसे ज्यादा भ्रष्ट विभाग अगर कोई है तो वह देश में सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस विभाग। पुलिस के बाद भारत में जिन विभागों को सबसे ज्यादा भ्रष्ट विभाग की सूची में रखा गया है उनमें 84 फीसदी के साथ दूसरे स्थान पर सरकारी अफसर, तीसरे नंबर पर 79 फीसदी के साथ कारोबार से जुड़े अधिकारियों को रखा गया है। चौथे नंबर पर 74 फीसदी के साथ स्थानीय सभासदों को रखा गया, जिनके पास नगर निगम के इलाकों में विकास की जिम्मेदारी होती है। इसके बाद पांचवे नंबर पर 76 फीसदी के साथ सांसदों को रखा गया है, जो नीति निर्धारक है।
ये भी पढ़ें -चिंदंबरम के बेटे कीर्ति ने कांग्रेस पर साधा निशाना कहा- पार्टी को पारिवारिक संपत्ति बना दिया
14 फीसदी बोले धार्मिक नेता भ्रष्ट नहीं
इस सर्वे में 14% भारतीय लोगों ने ही माना कि उनके धार्मिक नेता भ्रष्ट नहीं है, हांलिक 15 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें इन नेताओं के भ्रष्टाचार के तरीकों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
जापान में मात्र 0.2 फीसदी बोले रिश्वत दी
इस सर्वे के अनुसार, भ्रष्टाचार की आंच सबसे कम जापान पर पड़ी है। यहां के मात्र 0.2 फीसदी लोगों ने माना कि उन्हें अपना काम करवाने के लिए रिश्वत देनी पड़ी है। जबकि इसके बाद दक्षिण कोरिया में मात्र 3 फीसदी लोगों ने अपने यहां भ्रष्टाचार की बात मानी। इससे इतर चीन में 73 फीसदी लोगों ने माना कि पिछले कुछ सालों में उनके देश में भ्रष्टाचार का स्तर बढ़ा है।
ये भी पढ़ें -अब सस्ता इंटरनेट लाने की तैयारी, ट्राई की योजना में जगह-जगह वाई-फाई, सिर्फ 21 रुपए में 1 जीबी
भ्रष्टाचार में भारत सातवें नबंर पर
सर्वे के अनुसार, भारत भ्रष्टाचार वाले देशों की सूची मं सातवें नबर पर है, जबकि उससे नीचे ऑस्ट्रेलिया, जापान, पाकिस्तान, म्यामांर, श्रीलंका और थाईलैंड जैसे है।
ये भी पढ़ें -नहीं माने ट्रंप, मुस्लिम देशों के लोगों की एंट्री पर रोक का नया आदेश किया जारी
सरकारें प्रतिबद्धता को हकीकत का रूप दें
इस सर्वे को लेकर इस संस्था के अध्यक्ष जोस उगाज ने कहा कि आकंड़ों को ध्यान में रखते हुए इन देशों की सरकारों को आत्मचिंतन की जरूरत है। जरूरत है कि सरकारें अपने यहां भ्रष्टाचार को खत्म करने की प्रतिबद्धताओं को हकीकत का रूप देते हुए ठोस कदम उठाएं।
ये भी पढ़ें -वाह रे अमेरिकाः अपने यहां हमले रोक नहीं सके, ट्रैवल एडवाइजरी में भारत को बता दिया खतरनाक देश