नई दिल्ली । योगी आदित्नाथ के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद अब देश के नए राष्ट्रपति के नाम को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। भले ही इस पद के लिए भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी, संघ प्रमुख मोहन भागवत का नाम सामने आ रहा हो, लेकिन पूर्व रेल मंत्री और कांग्रेस के एक वरिष्ठ मुस्लिम नेता ने संघ प्रमुख को अगला राष्ट्रपति बनाने की वकालत एक चिट्ठी लिखकर की है। पीएम को लिखी अपनी चिट्ठी में कांग्रेसी नेता जफर शरीफ ने कहा- मुझे निजी तौर पर लगता है की देश के अगले राष्ट्रपति के लिए मोहन भागवत का नाम सामने आने पर किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
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25 जुलाई को प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल खत्म
बता दें कि वर्तमान में देश के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 25 जुलाई को खत्म हो रहा है। इसके बाद देश का अलगा राष्ट्रपति कौन बनेगा इसको लेकर कयासों का बाजार गर्म है। हालांकि शिवसेना हिंदू राष्ट्र के मुद्दे को लेकर पहले ही कह चुकी है कि हिंदुत्व का चेहरा और साफ छवि वाले संघ प्रमुख मोहन भागवत देश के अगले राष्ट्रपति होने चाहिए। संजय राऊत ने तो यहां तक संकेत दिए कि वह अपनी ओर से भागवत को इस पद के लिए उम्मीदवार बना सकते हैं।
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भागवत बोल चुके हैं, प्रस्ताव आया तो मंजूर नहीं
हालांकि इससे इतर भागवत मीडिया में आ रही इस तरह की खबरों को पहले ही खारिज कर चुके हैं। पिछले दिनों उन्होंने कहा कि अभी उन्हें संघ में बहुत कुछ करना है। वह इस राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल नहीं हैं। अगर उनके पास इस तरह का कोई प्रस्ताव आया भी तो वह मना कर देंगे।
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सहयोगी पार्टियों को चर्चा के लिए बुलाया
बता दें कि नए राष्ट्रपति के चयन के लिए मात्र कुछ समय ही शेष रहने के चलते पिछले दिनों पीएम मोदी ने अपनी सहयोगी पार्टियों के नेताओं को डिनर पर चर्चा के लिए बुलाया था। अब उस दौरान किन बातों पर चर्चा हुई इस बात की तो जानकारी नहीं है लेकिन माना जा रहा है कि लाल कृष्ण आडवाणी को लेकर भी इस दौरान चर्चा हुई है।
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