नई दिल्ली। देश दुनिया में फेक न्यूज के बढ़ते चलन को कम करने के लिए ट्विटर ने एक बड़ा कदम उठाया है। ट्विटर ने अपनी यह कार्रवाई मई-जून में ही शुरू कर दी थी। इसके तहत ट्विटर ने 2 महीनों में 7 करोड़ अकाउंट्स को सस्पेंड कर दिया है। बता दें कि ट्विटर ने यह कार्रवाई ट्रोल्स को हटाने के लिए की है। सूत्रों के मुताबिक ट्विटर पर फेक अकाउंट के कारण अमेरिका के स्थानीय चुनाव के प्रभावित होने की संभावना है। बढ़ते राजनीतिक दबाव के बाद ट्विटर ने फेक अकाउंट्स को बंद कर दिया है। स्पैम और फेक अकाउंट्स को बंद करने के लिहाज से यह ट्विटर कि सब से बड़ी कार्रवाई है।
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रिपोर्ट के अनुसार गैरजरूरी अकाउंट्स को डिलीट करने को लेकर उठाए गए ट्विटर के कदमों का असर यूजर्स की संख्या पर पड़ सकता है। माना जा रहा है कि यह संख्या दूसरे क्वार्टर में कम हो सकती है।
इससे पहले पिछले महीने ट्विटर ने ट्रोल्स, दुर्व्यवहार और हिंसक अतिवाद पर नई नीतियों के बनाने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि हम स्पैम और दुर्व्यवहार से लड़ने के लिए नई तकनीक और कर्मचारियों को ला रहे हैं।
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गौरतलब है कि जून में लिखे गए अपने आधिकारिक ब्लॉग पोस्ट में ट्विटर के ट्रस्ट एंड सेफ्टी वाइस प्रेसिडेंट डेल हार्वे ने ट्विटर पर बातचीत में सुधार करने पर फोकस करने की बात कही थी ताकि यूजर्स को ट्विटर पर विश्वसनीय, प्रासंगिक और उच्च गुणवत्ता वाली जानकारी मिल सके।