रियो ओलंपिक 2016 में भारत की महिला खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन रहा। बैडमिंटन में भारत को पीवी सिंधु ने रजत पदक दिलाया, तो साक्षी मलिक कुश्ती में कांस्य लेकर आईं। दीपा कर्माकर ऐसा नाम रहीं जो मेडल तो नहीं लाई लेकिन छा गईं।
क्रिकेट के लिए यह वर्ष कुछ खट्टी यादों वाला भी रहा। महेंद्र सिंह धौनी की अगुवाई में भारतीय क्रिकेट टीम अपने ही घर में टी 20 वर्ल्ड कप नहीं जीत पाई। हालांकि विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने टेस्ट में बेस्ट का सफर तय किया।
(आईपीएल) में स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी के दोषी पाए गए अधिकारियों के कारण राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स टीमों को निलंबन होना रहा। दोनों टीमों के निलंबन के बाद (बीसीसीआई) ने आगामी दो संस्करणों के लिए पुणे और राजकोट की टीम को शामिल किया।
देश के ओलंपिक पदक विजेता विजेंदर सिंह ने वर्ष 2016 में पेशेवर मुक्केबाजी में पदार्पण किया और लगातार तीन मैच नॉकआउट के जरिए जीतकर अंतर्राष्ट्रीय पेशेवर मुक्केबाजी में तहलका मचा लिया।
सानिया मिर्जा अपने प्रदर्शन के दम पर भारतीय टेनिस जगत पर छाई रहीं। अमेरिका की बेथानी माटेक सैंड्स के साथ सिडनी इंटरनेशनल्स खिताब जीतने के बाद स्विट्जरलैंड की दिग्गज मार्टिना हिंगिस के साथ जोड़ी बनाना उनके करियर का सबसे अहम फैसला साबित हुआ।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में भारत को लगातार सफलता दिलाने वाली कुश्ती ने देश में लीग क्रांति में प्रवेश किया। हालांकि विश्व चैम्पियनशिप में भारत खास नहीं कर सका और नरसिंह पंचम यादव ने पुरुषों के 74 किलोग्राम भारवर्ग में एकमात्र पदक दिलाया।
बैडमिंटन में भारत के लिए यह वर्ष नई सफलताओं वाला रहा। सायना नेहवाल ऑल इंग्लैंड ओपन के फाइनल में प्रवेश करने वाली पहली महिला खिलाड़ी बनीं और विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचने वाली भी पहली भारतीय खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल किया।