सानिया ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत 1999 में विश्व जूनियर टेनिस चैंपियनशिप से की। उस समय सानिया महज 14 साल की थीं।
साल 2003 में उनकी किस्मत चमकी जब वाइल्ड कार्ड एंट्री करने के बाद उन्होंने जूनियर विंबलडन में डबल्स में जीत हासिल की।
16 साल की उम्र में 2004 में सानिया मिर्जा को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। 18 साल की उम्र में ''पद्मश्री'' पाने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बनीं।
साल 2007 में सानिया की एकल में अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग 27 तक पहुंच गई थी जो किसी भी भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी के लिए सबसे ज्यादा थी।
2009 में उन्होंने महेश भूपति के साथ ऑस्ट्रेलियन ओपन का मिक्स डबल्स जीता। इसी के साथ वो ग्रैंड स्लैम जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं।
इसी साल अप्रैल में सानिया और हिंगिस की जोड़ी ने नंबर-1 की रैंकिंग हासिल की। वे नंबर वन टेनिस रैंकिंग तक पहुंचने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी बनीं।
साल 2006 में ही सानिया को अमेरिका में विश्व की टेनिस की दिग्गज हस्तियों के बीच डब्लूटीए का ''मोस्ट इम्प्रेसिव न्यू कमर'' चुना गया।
12 अप्रैल 2010 को सानिया ने पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक के साथ निकाह रचाया।
सानिया के पिता इस शर्त पर राजी हुए कि सानिया शादी के बाद या तो भारत में रहेंगी या दुबई में, वे पाकिस्तान नहीं जाएंगी। शोएब ने ये शर्त मानी तब दोनों की शादी हुई।