दुनिया पर तीसरे विश्वयुद्ध का जो खतरा पिछले कुछ सालों से मंडरा रहा था, मंगलवार को दुनिया के इन दो बड़े नेताओं की 90 मिनट की मुलाकात ने उन आशंकाओं को धुंधला कर दिया है।
सिंगापुर के सेंटोसा द्वीप में इन दोनों नेताओं ने एक दूसरे से दो दौर की गर्मजोशी से मुलाकात की, पहली मुलाकात 41 मिनट और दूसरी करीब 50 मिनट तक चली।
इस ऐतिहासिक मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच एक व्यापक दस्तावेज पर हस्ताक्षर भी हुए। इसमें परमाणु हथियारों के खात्मे से जुड़ा अहम करार भी शामिल है।
परमाणु निरस्त्रीकरण पर ट्रंप ने कहा कि हमने एक ''विशेष अनुबंध'' तैयार किया है और जल्द ही निरस्त्रीकरण की प्रक्रिया बहुत ही जल्द शुरू की जाएगी।
वहीं, किम जोंग उन ने कहा कि हमने अतीत को पीछे छोड़कर आगे बढ़ने का फैसला किया है और दुनिया बड़ा बदलाव देखेगी।
इन दोनों की दोस्ती इस दौरान इस कदर परवान चढ़ी कि व्हाइट हाउस ने उत्तर कोरिया के इस तानाशाह किम जोंग उन को अमेरिका आने का न्योता तक थमा दिया।
दुनिया पर तीसरे विश्वयुद्ध का जो खतरा पिछले कुछ सालों से मंडरा रहा था, मंगलवार को दुनिया के इन दो बड़े नेताओं की 90 मिनट की मुलाकात ने उन आशंकाओं को धुंधला कर दिया है।
सिंगापुर के सेंटोसा द्वीप में इन दोनों नेताओं ने एक दूसरे से दो दौर की गर्मजोशी से मुलाकात की, पहली मुलाकात 41 मिनट और दूसरी करीब 50 मिनट तक चली।
इस ऐतिहासिक मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच एक व्यापक दस्तावेज पर हस्ताक्षर भी हुए। इसमें परमाणु हथियारों के खात्मे से जुड़ा अहम करार भी शामिल है।
परमाणु निरस्त्रीकरण पर ट्रंप ने कहा कि हमने एक ''विशेष अनुबंध'' तैयार किया है और जल्द ही निरस्त्रीकरण की प्रक्रिया बहुत ही जल्द शुरू की जाएगी।
वहीं, किम जोंग उन ने कहा कि हमने अतीत को पीछे छोड़कर आगे बढ़ने का फैसला किया है और दुनिया बड़ा बदलाव देखेगी।
इन दोनों की दोस्ती इस दौरान इस कदर परवान चढ़ी कि व्हाइट हाउस ने उत्तर कोरिया के इस तानाशाह किम जोंग उन को अमेरिका आने का न्योता तक थमा दिया।