भीमताल झील - इस झील का नाम पांच पांडवों में से एक पांडव भीम के नाम पर रखा गया। इस झील के बीचों - बीच एक बड़ा सा द्वीप है जो झील के तट से 91 मीटर की दूरी पर स्थित है।
डोडीताल झील - स्वच्छ और निर्मल जल से भरी यह झील चारों ओर से घने वनों से लदा हुआ है। हिमालय क्षेत्र की प्रसिद्ध टाउट मछलियां भी यहां पाई जाती हैं।
वासुकी ताल - यह झील शानदार हिमालय पर्वतश्रृंखलाओं के बीच स्थित है। यात्रियों को जून से अक्टूबर के महीनों में यहां आने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस दौरान जगह का मौसम काफी सुहावना होता है।
खुर्पा ताल- मछली पकड़ने के शौकीन लोगों के लिए यह जगह स्वर्ग है। यह नैनीताल से 10 किमी की दूरी पर स्थित है। यह अपनी खुशनुमा जलवायु के कारण जाना जाता है।
रूपकुण्ड झील - ग्लेशियरों के गर्मियों में पिघलने से बनने वाली छोटी सी झील है रूपकुण्ड। यह जगह एडवेंचर ट्रैकिंग करने वालों कि पसंदीदा जगह हैं। यह झील यहां पर मिलने वाले नरकंकालों के कारण काफी चर्चित हैं।
नौकुचिया ताल - यह झील कुमाऊं क्षेत्र की सर्वाधिक गहरी झीलों में से एक है। इसके नौ कोने हैं जिस कारण इसका नाम नौकुचिया ताल पड़ा। इस ताल के पानी का रंग गहरा नीला है।