लाल होठों वाली बैटफिश - गैलापागोस द्वीप पर पाई जाने वाली यह मछली बढ़िया तैराक नहीं है। ये मछली छाती पर उगे पंखों के सहारे समंदर की सतह पर चलकर शिकार करती है।
गौबलिन शार्क - इस असाधारण और दुर्लभ शार्क को “जीवित जीवाश्म” भी कहते हैं. इस शार्क के परिवार का इतिहास लाखों साल पुराना है. गौबलिन शार्क अमूमन 100 मीटर यानि (330फीट) की गहराई में पायी जाती है. और जल में इतना नीचे होने की वजह से ये मनुष्यों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाती
पंडा चींटी- चिली में पाई और देखी जाने वाली इन चींटियों के शरीर पर बाल होते हैं। इन चींटियों का डंक भी बड़ा दुखदाई और ज़हरीला होता है।
हम्मिंगबर्ड हॉक - यह चिड़िया, दुनिया की सबसे छोटी चिड़िया हम्मिंगबर्ड की तरह दिखती है। फूलों के रस पर रहने वाली इस चिड़िया को सारे रंग दिखलाई देते हैं।
ग्लासस एटलांटिकस - इस जीव से जुड़ी अजीब बात यह है कि ये समंदर के गरम इलाके में देखा जाता है। इसके पेट में गैस के भरे होने की वजह से यह सतह पर ही तैरता दिख जाता है।
साइगा एंटिलोप - एंटिलोप के नाम से प्रचलित इस जीव की नाक बड़ी बेतरतीब होती है. जिससे ये जीव देखने में बड़ा ही अनोखा लगता है।
बश-विपर - अफ़्रीका के ट्रौपिकल जंगलों में रहने वाले इस सांप को देख कर लगता है जैसे इसके शरीर पर हरी-भरी पत्तियां चिपका दी गई हों, जिसकी वजह से ये अपने शिकार को बड़ी आसानी से दबोच लेते हैं।
भारत का बैगनी मेंढक - भारत में पाए जाने वाला यह बैगनी और बेतरतीब मेंढक इसकी ज़िंदगी का अधिकांश हिस्सा ज़मीन की दरारों में रह कर बिताता है और सिर्फ़ 2 सप्ताह के लिए बाहर आता है।